बैटरी को कभी भी 10 प्रतिशत के नीचे नहीं होने देना चाहिए।
बैटरी को जरूरत से ज्यादा चार्ज कभी नहीं करें, इससे बैटरी की लाइफ कम होती है साथ ही इसकी एफिशिएंसी भी कम होती है।
कार की जितनी कैपेसिटी हो उतने ही लोड पर चलाएं, यानि कार यदि 5 सीटर है तो उसमें पांच से ज्यादा लोग न बैठाएं, साथ ही कम से कम लगेज कैरी करें।
नई टेक्नोलॉजी की कारें रीजनरेटिव ब्रेकिंग टेक्नोलॉजी के साथ आती हैं, ऐसी ही कारों को खरीदें। इन कारों में ब्रेक एप्लाई करने पर बैटरी को चार्ज मिलता है।
घर में सोलर पैनल लगवाएं, इलेक्ट्रिक कार के चार्जिंग सॉकेट को उससे कनेक्ट करवाएं
कार को चार्ज भी धूप में न करें। ज्यादा टेंपरेचर हमेशा इलेक्ट्रिक कारों के लिए खतरनाक होता है। टेंपरेचर ज्यादा होने पर इलेक्ट्रिक कारों की रेंज भी कम हो जाती है।
Electric Car को ज्यादा तेज स्पीड में न चलाएं, जितना ज्यादा कार को रेव करेंगे उतनी ही ज्यादा बैटरी कंज्यूम होगी।