Electric Bus in Delhi : जी20 सम्मलेन (G20 Summit in Delhi) से ठीक चार दिन पहले दिल्ली परिवहन निगम (DTC) और राजधानीवासियों को बड़ी सौगात मिली है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और एलजी विनय कुमार सक्सेना (Vinai Kumar Saxena) ने 400 इलेक्ट्रिक बसों (Electric Buses) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कल कहा था कि G20 से पहले अरविंद केजरीवाल की सरकार दिल्लीवासियों को 400 नई अत्याधुनिक ई-बसों का तोहफा देगी। आज नई इलेक्ट्रिक बसों को IP Depot में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दिल्ली के एली और सीएम ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
दिल्ली परिवहन निगम के बेड़े में 400 नई ई बस शामिल ऐसे बसों की कुल संख्या बढ़कर 800 हो गई है। डीटीसी की ओर से कहा गया है कि 400 नई इलेक्ट्रिक बसों के बेड़े में शामिल होने से दिल्ली देश का पहला प्रदेश होगा जहां पर सबसे ज्यादा इलेक्टिक बसों का परिचालन होगा।
Electric Bus in Delhi 2023 : G20 से पहले दिल्ली के बेड़े में शामिल हुईं 400 इलेक्ट्रिक बसें
दिल्ली ने मंगलवार को 400 इलेक्ट्रिक बसों को अपने बेड़े में शामिल किया है। राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित एक कार्यक्रम में, इन इलेक्ट्रिक बसों को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने हरी झंडी दिखाई। दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) के ईवी बेड़े में इन 400 इलेक्ट्रिक बसों को शामिल करने के साथ, राष्ट्रीय राजधानी में इलेक्ट्रिक बसों की कुल संख्या अब 800 हो गई है। राज्य सरकार का लक्ष्य इस साल के आखिर तक और ज्यादा ई-बसों को जोड़ना है।
दिल्ली में इस समय भारत के सभी प्रमुख शहरों में सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक बस का बेड़ा है। राज्य सरकार ने प्रदूषण कम करने के लिए शहर के सार्वजनिक परिवहन को स्वच्छ ईंधन में बदलने पर जोर दिया है।
डीटीसी के बेड़े में शामिल होने वाली बसें टाटा मोटर्स द्वारा निर्मित हैं। ये नई इलेक्ट्रिक बसें यात्रियों, खास तौर पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जीपीएस, सीसीटीवी कैमरे और पैनिक बटन जैसे फीचर्स के साथ आएंगी। रियल-टाइम रिस्पॉन्स (वास्तविक समय की प्रतिक्रिया) और निगरानी के लिए ये फीचर्स कश्मीरी गेट स्थित केंद्रीकृत कमांड और नियंत्रण केंद्र से जुड़ी होंगी। केजरीवाल ने कहा, “ये बसें सब्सिडी योजना के तहत 921 बसों का हिस्सा हैं, जिसके लिए केंद्र द्वारा 417 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई है और दिल्ली सरकार 3,674 करोड़ रुपये खर्च करेगी।”
राज्य सरकार ने पहले 2025 के आखिर तक दिल्ली के सार्वजनिक परिवहन बेड़े में 8,000 इलेक्ट्रिक बसें जोड़ने की योजना का खुलासा किया था। केजरीवाल ने इस मौके पर सोशल मीडिया पर कहा, “हमारा लक्ष्य 2025 के आखिर तक दिल्ली की सड़कों पर कुल 8,000 इलेक्ट्रिक बसें उतारने का है। उस समय दिल्ली में 10,000 से ज्यादा बसें होंगी, जिनमें से 80 प्रतिशत इलेक्ट्रिक होंगी। बहुत जल्द पूरे विश्व में दिल्ली को अपनी शानदार इलेक्ट्रिक बसों के लिए भी जाना जाएगा।”
राज्य सरकार ने यह भी कहा कि वह इस साल के आखिर तक शहर में इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़ाकर 1,500 यूनिट्स करने की योजना बना रही है। सरकार बिजली ग्रिड को अपडेट करके, हाई-टेंशन बिजली लाइनें खींचकर और हर बस डिपो पर सब-स्टेशन स्थापित करके सार्वजनिक परिवहन के लिए ईवी बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की भी योजना बना रही है।
टाटा स्टारबस ईवी के स्पेसिफिकेशन्स 2022 (TATA Starbus EV Specifications 2022)
देश में सबसे ज्यादा E-Bus दिल्ली में
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट कर बताया है कि एलजी विनय सक्सेना के साथ मिलकर आज 400 नई इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर दिल्ली की जनता को सौंपा। ये बसें सब्सिडी स्कीम की 921 बसों में शामिल हैं, जिनके लिए केंद्र सरकार की तरफ से 417 करोड़ की सब्सिडी दी गई है। दिल्ली सरकार इस पर 3674 करोड़ रुपए खर्च करेगी. दिल्ली की सड़कों पर अब कुल 800 इलेक्ट्रिक बसें हो गई हैं, जो पूरे देश में सबसे ज्यादा हैं।
दिल्ली सरकार का लक्ष्य 2025 के आखिर तक दिल्ली की सड़कों पर कुल 8 हजहार इलेक्ट्रिक बसें उतारने का है। इस योजना पर काम होने के बाद दिल्ली में 10 हजार से ज्यादा बसें होंगी। इन बसों में 80% बसें इलेक्ट्रिक होंगी।
सरकारी कार्यक्रम में एक साथ दिखे LG-CM
खास बात यह है कि पहली बार ऐसा होगा जब दिल्ली के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री एक साथ मिलकर DTC के बेड़े में शामिल की जा रही नई बसों को रवाना करेंगे। इन बसों के DTC के बेड़े में शामिल होने के बाद DTC की इलेक्ट्रिक बसों की संख्या 700 से ज्यादा हो जाएगी। बता दें कि इन 400 बसों में से 200 बसों का लॉट जून महीने में ही दिल्ली आ गया था।
केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के बीच इसकी शुरुआत को लेकर उठे मतभेद के कारण उन बसों को बिना औपचारिक शुरुआत के ही दिल्ली की सड़कों पर उतार दिया गया था, लेकिन अब जब 200 बसें और आ गई हैं और उपराज्यपाल और सीएम द्वारा इसकी शुरुआत किए जाने को लेकर सहमति बनने के बाद सभी 400 बसों की आज औपचारिक शुरुआत की जा रही है। इन बसों की औपचारिक शुरुआत से पहले दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने आईपी डिपो पहुंचकर बसों का निरीक्षण किया था।
वायु प्रदूषण में आएगी कमी
उपराज्यपाल ऑफिस के अधिकारियों ने बताया कि DTC की अपने बेड़े में 1500 नई इलेक्ट्रिक बसें शामिल करने की योजना है। इनमें से 921 बसें भारत सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय के राष्ट्रीय ऑटोमोटिव बोर्ड की फेम-2 योजना के अंतर्गत आई हैं। अधिकारियों का कहना है कि G20 समिट से ठीक पहले नई इलेक्ट्रिक बसों को सड़कों पर उतारने से दिल्ली के वायु प्रदूषण में भी कमी आएगी।
सभी सुविधाओं से लैस हैं नई Electric Bus
नई इलेक्ट्रिक बसें आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। ये सभी लो-फ्लोर बसे हैं और हाइड्रॉलिक लिफ्ट युक्त हैं। इस बस में व्हीलचेयर पर बैठे लोगों को भी बस में सवार होने में कोई दिक्कत नहीं होगी। वहीं इन बसों में जीपीएस ट्रैकर, पैनिक बटन और CCTV कैमरे आदि की सुविधा भी उपलब्ध है।