Future of Electric Vehicle Cost: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा है कि इलेक्ट्रिक व्हीकल (Electric Vehicle) अगले साल पेट्रोल कारों की तरह सस्ते हो जाएंगे। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत (Petrol-Diesel Price) के बीच इलेक्ट्रिक व्हीकल (Electric Vehicle) का क्रेज बढ़ रहा है। लेकिन इनकी महंगी कीमत के कारण लोग इन्हें चाहकर भी नहीं खरीद पाते। लेकिन सरकार का प्लान है कि आने वाले समय में इलेक्ट्रिक व्हीकल (Electric Vehicle) के दाम पेट्रोल कारों के बराबर हो जाएं। आपको बता दें अभी पेट्रोल कारों के मुकाबले डीजल और सीएनजी की कारें भी महंगी मिलती हैं।
Electric Vehicle Cost 2023: अगले साल पेट्रोल कारों की तरह सस्ते हो जाएंगे इलेक्ट्रिक वाहन, EV को लेकर नितिन गडकरी का बड़ा ऐलान
केंद्रीय मंत्री ने एक नवंबर को एक कार्यक्रम में देश भर में बसों को फिर से चलाने की सरकारी योजनाओं की घोषणा करते हुए यह बयान दिया। बता दें कि भारतीय बाजार में अब इलेक्ट्रिक व्हीकल ना सिर्फ लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींच रहे हैं, बल्कि इनकी सेल्स के आंकड़ों में भी रिकॉर्ड ग्रोथ देखने को मिल रही है। भारत में बीते महीने यानी अक्टूबर में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की बिक्री में जबरदस्त इजाफा हुआ है।
इलेक्ट्रिक बसें चलाने का विस्तृत प्लान (Detailed Plan to Run Electric Buses)
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि इसमें ज्यादा समय नहीं लगेगा। यह एक साल में हकीकत में बदलने वाला है। कार्यक्रम में बोलते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि पूरे देश में इलेक्ट्रिक बसें चलाने को लेकर सरकार का विस्तृत प्लान है, इस पर तेजी से काम किया जा रहा है। आपको बता दें पेट्रोल कारों के मुकाबले इलेक्ट्रिक कारों की कीमत काफी ज्यादा है। उनके इस बयान के बाद कार लेने का प्लान कर रहे लोग काफी खुश हैं।
इन सभी बसों को करना है इलेक्ट्रिक (All these Buses have to be Electric)
नितिन गडकरी ने आगे कहा कि ट्रांसपोर्ट के इस्तेमाल में आने वाली इन बसों को सरकार इलेक्ट्रिक में बदलने का प्लान लेकर चल रही है। उन्होंने आगे कहा कि आने वाले समय के लिए हाइड्रोजन कारों के विकल्प पर काम शुरू कर दिया गया है। हाइड्रोजन बनाने की तीन प्रोसेस हैं – ब्लैक हाइड्रोजन जो कोयले से बनती है, ब्राउन हाइड्रोजन पेट्रोल से, लेकिन ग्रीन हाइड्रोजन को बनाने के लिए सिर्फ पानी का इस्तेमाल होता है।
टूरिज्म को बढ़ाने के लिए डबल-डेकर बसें (Double-Decker Buses to Boost Tourism)
जी ऑटो अवॉर्ड्स 2022 में बोलते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि भारत में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए डबल-डेकर बसों की संख्या बढ़ाने का प्लान भी सरकार लेकर चल रही है। आम जनता को ज्यादा किफायती यात्रा कराई जाए, इसके लिए एसी डबल-डेकर बसों का किराया कम करने की योजना बनाई गई है। गौरतलब है कि नेशनल हाइवे से लेकर इलेक्ट्रिक वाहनों तक, भारत सरकार तेजी से इनकी बेहतरी का काम कर रही है और इसका बहुत बड़ा क्रेडिट नितिन गडकरी को भी जाता है।
आने वाला समय इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का (Coming Time of Electric Mobility)
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भारत में आने वाला समय इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का है। गडकरी ने उम्मीद जताई कि इलेक्ट्रिक ईंधन जल्द वास्तविकता बन जाएगा। आपको बता दें इलेक्ट्रिक व्हीकल (Electric Vehicle) की हर कैटगरी में गाड़ियों की बिक्री में 800 प्रतिशत तक का उछाल देखा गया है। गडकरी के अनुसार साल 2022 में अब तक देश में 17 लाख ईवी (Electric Vehicle) रजिस्टर्ड हुई हैं। उन्होंने कहा देश में हाइड्रोजन कारों पर तेजी से काम चल रहा है। भविष्य में इस तरह की गाड़ियां सड़कों पर दौड़ती दिखेंगी।
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की संख्या में 800% की वृद्धि (800% Increase in the Number of Electric Vehicle)
गडकरी के अनुसार, भारत में बिकने वाले इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (Electric Vehicle) की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि सभी व्हीकल कैटेगरी में 800% की भारी वृद्धि हुई है। भारत में 2022 में लगभग 17 लाख इलेक्ट्रिक व्हीकल्स रजिस्टर्ड किए गए थे। देश में 1.5 लाख परिवहन बसें हैं, जिनमें से 93% डीजल से चलती हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार इन सभी बसों को इलेक्ट्रिक में बदलने की योजना बना रही है।
नागपुर से पुणे सिर्फ 8 घंटे में पहुंच सकेंगे (Nagpur to Pune Can Be Reached in Just 8 Hours)
नितिन गडकरी ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि नागपुर से पुणे जाने वाले लोगों के लिए यात्रा समय घटकर 8 घंटे रह जाएगा। गडकरी ने कहा कि यात्रा समय को कम करने के लिए नागपुर-मुंबई समृद्धि महामार्ग (Nagpur Mumbai Samruddhi Mahamarg) को नए प्रस्तावित पुणे-छत्रपति संभाजीनगर एक्सिस कंट्रोल ग्रीन एक्सप्रेस-वे से छत्रपति शंभाजीनगर के पास जोड़ा जाएगा।
फिलहाल, सड़क मार्ग से नागपुर से पुणे जाने में 14 घंटे का वक्त लगता है। इस समय को कम करने के लिए यह तरीका अपनाया जाएगा। गडकरी ने पिछले दिनों अपने एक ट्वीट में कहा था कि इस सड़क का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की तरफ से किया जाएगा।